करैरा विधायक रमेश खटीक ने की समीक्षा, अधिकारियों को निर्देश, करैरा के विकास के लिए योजना बनाकर काम करें
करैरा विधायक रमेश खटीक ने की समीक्षा, अधिकारियों को निर्देश, करैरा के विकास के लिए योजना बनाकर काम करें
शिवपुरी ब्यूरो । करैरा के विकास के लिए पांच वर्षीय कार्ययोजना तैयार की गई है। विधायक करैरा रमेश खटीक ने शुक्रवार को अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि करैरा के विकास के लिए योजना बनाकर काम करें। उन्होंने एक-एक कर सभी विभागों से जानकारी ली। लोक निर्माण विभाग को सड़कों के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं। जल निगम द्वारा करैरा में कार्य किया गया है। जिसमें लाइन डालने में सड़के भी खराब हुई हैं। सभी कार्यों में गुणवत्ता का ध्यान रहे और खराब सड़कों की मरम्मत भी साथ ही की जाए।
विद्युत विभाग द्वारा जहां अतिरिक्त ट्रांसफार्मर की आवश्यकता है उसकी डिमांड भेजी जाए। कालीपहाड़ी और धमधौली की लाइन को जोड़ा जाए। सर्वे कराया जाए जहां फंड की आवश्यकता है उपलब्ध कराया जाएगा। विभाग द्वारा तत्परता से काम किया जाए।
शिक्षा विभाग में स्कूलों में बाउंड्रीवाल, नई बिल्डिंग के प्रस्ताव भेजे गए हैं। कॉलेज प्राचार्य को करैरा के महाविद्यालय में साफ सफाई पर ध्यान देने और जहां कहीं मरम्मत की आवश्यकता है वहां मरम्मत कराने के निर्देश दिए। जिले में कृषि और पशुपालन केक्षेत्र में भी बेहतर कार्य किया जा सकता है।
बैठक में कृषि विभाग के अधिकारियों से भी जानकारी ली और निर्देश दिए कि किसानों की आय को दोगुना करना है जिसके लिए कृषि विभाग में और पशुपालन उद्यानिकी विभाग द्वारा भी लगातार प्रयास होना चाहिए। करेरा में मूंगफली उद्योग की प्रधानता है अभी 25 प्लांट हैं। मूंगफली ग्रेडिंग के 15 प्लांट का और लक्ष्य रखा गया है। इस पर प्रभावी तौर पर काम होना चाहिए। उद्योग विभाग द्वारा इसमें समन्वय किया जाए। धान मिल के लिए प्रस्ताव रखा जाए।
बैठक में आदिम जाति कल्याण विभाग, स्वास्थ्य, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, पशुपालन विभाग की समीक्षा की। स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों की नियुक्ति और स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा अभी 25 हैंड पंप लगने हैं पीएचई को निर्देश दिए हैं इनका प्रस्ताव तैयार करें विधायक निधि से फंड उपलब्ध कराया जाएगा। इसी प्रकार पशुपालन विभाग में भी कई योजनाएं हैं जिससे पशुपालकों को लाभ हो सकता है। पशुपालन विभाग द्वारा पात्र हितग्राहियों को चिन्हित करके इन योजनाओं का यदि लाभ दिया जाए तो किसानों को लाभ होगा। नरवर में संचालित आदिम जाति कल्याण विभाग के छात्रावास में छात्रावास अधीक्षक द्वारा की जा रही गड़बड़ी पर उन्होंने नोटिस जारी कर कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।
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