बच्चे के मानसिक विकास के लिए मां का दूध सबसे जरूरी- डीपीओ देवेंद्र सुंदरियाल
बच्चे के मानसिक विकास के लिए मां का दूध सबसे जरूरी- डीपीओ देवेंद्र सुंदरियाल
आगनवाड़ी कार्यकर्ताओ को किया प्रशिक्षित
शिवपुरी ब्यूरो । बच्चे के संपूर्ण विकास के लिए उचित पोषण का ध्यान रखना बहुत आवश्यक माना जाता है। नवजात के लिए मां का दूध शरीर के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्वों की जरूरतों को पूरा करने में सबसे उपयुक्त होता है। प्रसव के बाद का पहला गाढ़ा पीला दूध बच्चे की सेहत के लिए अमृत के समान होता है। आज महिला बाल विकास विभाग एवं शक्ति शाली महिला संगठन द्वारा संयुक्त रुप से विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन बाण गंगा स्थित परिसर में किया गया।
डीपीओ महिला बाल विकास देवेंद्र कुमार सुंदरियाल ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चे के शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार के विकास के लिए उसे पर्याप्त मात्रा में स्तनपान कराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जन्म के छह माह तक नवजात को रोजाना स्तनपान कराना चाहिए।
कार्यक्रम संयोजक रवि गोयल ने बताया कि स्तनपान से होने वाले फायदे और इसको बढ़ावा देने के उद्देश्य से हर साल एक से सात अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जाता है।
कार्यक्रम को परियोजना अधिकारी श्रीमती नीलम पटेरिया, महिला बाल विकास विभाग की शशि शिवहरे एवं आगनवाड़ी कार्यकर्ता बीनू सेंगर ने भी संबोधित कर स्तनपान के संबंध में आवश्यक जानकारी दी। कार्यशाला में आगनवाड़ी कार्यकर्ताओ के साथ-साथ सुपरवाइजर अंगूरी बाथम, निवेदिता मिश्रा, मधु यादव, दीप्ति श्रीवास्तव सहित शक्ति शाली महिला संगठन की टीम उपस्थित रही।
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