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राजनीति और अर्थनीति में अद्भुत संतुलन लिए हुए विकासोन्मुख बजट- पूर्व राज्यमंत्री प्रहलाद भारती

राजनीति और अर्थनीति में अद्भुत संतुलन लिए हुए विकासोन्मुख बजट- पूर्व राज्यमंत्री प्रहलाद भारती

शिवपुरी ब्यूरो ।  केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा आज पेश किए गए केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूर्व विधायक प्रहलाद भारती ने कहा है कि यह केंद्रीय बजट मैन्युफैक्चरिंग, इन्फ्रास्ट्रक्चर, एग्रीकल्चर और मिडिल क्लास को सामर्थ्य देने वाला बजट है। पूर्व विधायक प्रहलाद भारती का कहना है कि किसी भी बजट को समग्रता में देखा जाना चाहिए। समग्र दृष्टिकोण से देखने पर ध्यान में आता है कि आज लोकसभा में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया यह बजट बहुत ही व्यवहारिक, तार्किक, विकासोन्मुख और भविष्योन्मुखी बजट है। बजट राजनीति और अर्थनीति में अद्भुत संतुलन लिए हुए है। मांग, खपत और रोजगार बढ़ाने वाला बजट है। जिस अर्थव्यवस्था में मांग, खपत और रोजगार बढ़ने की निश्चितता होती है वहां फायदेमंद और सुरक्षित निवेश विकल्प उपलब्ध होने से निवेश बढ़ने की स्वाभाविक संभावना होती है। 

           केंद्र की मोदी सरकार द्वारा पेश किए गए इस बजट में सबसे ज्यादा ध्यान कृषि योजनाओं पर दिया गया है। 1.52 लाख करोड़ का प्रावधान कृषि क्षेत्र के लिए किया गया है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 03 करोड़ नए घर देने का प्रावधान किया गया है। 01 करोड़ घरों के लिए पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का प्रावधान किया गया है। मोबाइल, सोना, चांदी, ज्वेलरी और कैंसर के इलाज को सस्ता करने के प्रावधान बजट में किए गए हैं। देश के नौजवानों के लिए शिक्षा, स्किल और रोजगार के स्केल को बढ़ाने के कई महत्वपूर्ण प्रावधान बजट में किए गए हैं। 01 करोड़ नौजवानों को देश की टॉप 500 कंपनियों में इंटर्नशिप मिलेगा और फिर वो रोजगार में परिवर्तित हो जाएगा। एंप्लॉयमेंट लिंक इंसेंटिव स्कीम की घोषणा की है, करोड़ों रोजगार बनेंगे, पहली नौकरी पाने वाले युवा की पहली सैलरी सरकार देगी। हर गांव, हर घर एंटरप्रेन्योर बनाना है इसलिए स्टार्टअप और इनोवेशन इकोसिस्टम के लिए बजट में कई बड़ी संभावनाएं निर्मित की गईं हैं। देश के नौजवानों को रोजगार योग्य बनाने, उनके स्किल डेवलपमेंट और एजुकेशनल ट्रेनिंग पर सरकार विशेष ध्यान दे रही है. नए टैक्स स्लैब में टैक्स पर केंद्र सरकार द्वारा महत्वपूर्ण रियायत दी गई है। एम.एस.एम.ई. सेक्टर को मजबूत बनाने के लिए बजट में आर्थिक प्रावधान किए गए हैं, क्योंकि यह देश की अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा रोजगार देने वाला क्षेत्र है. गैर-कृषि क्षेत्र में जो रोजगार हैं, उसमें तीन-चौथाई हिस्सा एमएसएमई का है। कुल मिलाकर बजट विकसित भारत के निर्माण और विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के निर्माण में एक उत्प्रेरक की भूमिका निभाने वाला महत्वाकांक्षी बजट है।

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