शिवपुरी शहर की यातायात व्यवस्था चारों खाने चित्त
शिवपुरी शहर की यातायात व्यवस्था चारों खाने चित्त
यातायात प्रभारी को नहीं कोई चिंता, चालान काटने में मशगूल पुलिस कर्मी
शिवपुरी ब्यूरो । राजनीति में सक्रिय शिवपुरी के राजनेताओं के सफल प्रयासों से जिस रफ्तार से शिवपुरी शहर विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है उसी रफ्तार से इस शहर की यातायात व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही हैं। पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी बिगड़ती हुई शहर की यातायात व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने बैठकों का आयोजन कर कागजों पर योजना तो बना लेते हैं, लेकिन इसका धरातल पर कोई असर देखने को नहीं मिलता। पिछले साल से शहर की चारों खाने चित्त पड़ी यातायात व्यवस्था को देखकर ऐसा लगता हैं मानो यहां प्रशासन नाम की कोई चीज ही नहीं है। यातायात प्रभारी यातायात व्यवस्था को चालान काटकर सुधारना चाहते हैं। देखने में आया है कि यातायात व्यवस्था को लेकर शिवपुरी शहर हमेशा से ही बदनाम रहा है, लेकिन पिछले एक वर्ष से यहां की स्थिति बुरी तरह बिगड़ी है। हालांकि प्रशासन ने कई बार यहां की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के प्रयास किए और प्रात: आठ से शाम नौ बजे तक शहर में भारी वाहनों के प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगाया गया, लेकिन व्यवस्था की कमान संभालने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों की अनदेखी के कारण प्रशासन के प्रयास हर बार विफल हो जाते हैं। शहर की एबी रोड से लेकर अन्य मुख्य एवं आम मार्गों पर छोटे-बड़े वाहनों की अनियंत्रित पार्किंग ने यातायात की तस्वीर बिगाड़कर रख दी है। हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि पैदल गुजरने वाले लोगों के लिए सड़क पर चलना और सड़क पार करना मुश्किल हो गया है। कई बार वाहन चालकों को भी दुर्घटना की स्थिति से गुजरना पड़ता है।
नो एंट्री में धड़ल्ले से हो रहा आवागमन यातायात व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए पूर्व में पुलिस अधीक्षक ने शहर में प्रात: 9 से रात 9 बजे तक वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया था इसके बावजूद ट्रक, मेटाडोर, बस व ट्रैक्टर ट्रॉली शहर के व्यस्तम मार्गों पर कभी भी दौड़ते देखे जा सकते हैं। ऐसा नहीं हैं कि इन वाहनों की जानकारी यातायात कर्मियों को नहीं हो। सूत्रों के अनुसार बताया गया है कि प्रति वाहन के हिसाब से 500 से लेकर एक हजार वसूल कर शहर में प्रवेश करने के लिए अनुमति खुलेआम दे दी जाती है।
चालान काटने में व्यस्त रहते ट्रेफिक कर्मी शहर के प्रमुख चौराहा माधव चौक, गुरुद्वारा चौक, झांसी तिराहा, पोहरी बायपास, गुना व ग्वालियर बायपास पर दर्जनों यातायात पुलिस कर्मी चालान काटने में मशगूल रहते हैं। यदि उक्त यातायात कर्मी मुस्तैदी के साथ यातायात व्यवस्था संचालित करने में जुट जाएं तो निश्चित रूप से यातायात व्यवस्था में सुधार देखने को मिल सकता हैं।
बेतरतीब खडे आटो से यातायात बाधित।
शहर के प्रमुख चौराहों पर ऑटो चालकों द्वारा बेतरतीब तरीके से ऑटो को खड़ा करने से भी यातायात प्रभावित होता है लेकिन पुलिस कर्मी द्वारा इनकी ओर कोई ध्यान नहीं दिया जाता हैं अक्सर देखने को मिलता है कि शहर की झांसी तिराहा, माधौ चौक, गुरुद्वारा चौराहा, अस्पताल चौराहा, गुना बाईपास, ग्वालियर बायपास, पोहरी चौराहा, पोहरी बस स्टैंड पर ऑटो चालकों द्वारा बेतरतीब तरीके से उपरोक्त स्थानों पर ऑटो खड़े कर दिए जाते हैं ।साथ ही बसों के आने पर उनके पीछे गलत तरीके से ऑटो दौड़ा देते हैं जिससे दुर्घटनाएं होती रहती हैं इतना ही नहीं माधौ चौक चौराहे पर स्थित टोडरमल पेट्रोल पंप के आगें हमेशा ऑटो खड़े दिखाई देते हैं जिससे निकलने वाले दो पहिया वाहन चालकों चार पहिया वाहन चालकों पैदल चलने वाले राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है ।
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