शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में डॉ धर्मदास परमहंस ने स्थाई अधिष्ठाता का पदभार संभाला
शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में डॉ धर्मदास परमहंस ने स्थाई अधिष्ठाता का पदभार संभाला
लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की भर्ती प्रक्रिया में हुआ चयन
मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर के. बी. वर्मा के पास अधिष्ठाता का था प्रभार
शिवपुरी। श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में स्थाई अधिष्ठाता का पद शनिवार को भर गया है। डॉ धर्मदास परमहंस ने स्थाई अधिष्ठाता का पदभार संभाल लिया। हाल ही में लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा अपनाई गई स्थाई अधिष्ठाता की भर्ती प्रक्रिया में डॉक्टर धर्मदास परमहंस का चयन हुआ है।
पहले जो भी काम शेष रह गए थे वह सब शीघ्र पूरा करने के प्रयास करेंगे: डॉ. धर्मदस परमहंस
पदभार ग्रहण करने के बाद डॉक्टर धर्मदास परमहंस ने अनौपचारिक चर्चा में कहा कि उन्होंने प्रत्येक उत्तरदायित्व को पूर्ण निष्ठा के साथ निभाया है। हमेशा बेहतर करने का प्रयास किया है। पहले जो भी काम शेष रह गए थे वह सब सभी के सहयोग से शीघ्र पूरा करने के प्रयास करेंगे। मेडिकल कॉलेज अस्पताल अच्छा और बहुत बड़ा है। इसलिए यहां पर सुविधाएं और अधिक बेहतर करने का प्रयास करेंगे। कॉलेज सहित चिकित्सालय के कर्मचारी एवं अन्य सभी के साथ मिलकर मेडिकल अस्पताल को अत्याधुनिक बनाने का प्रयास करेंगे।
अधिष्ठाता डॉक्टर के बी वर्मा का 22 महीने का रहा कार्यकाल
मेडिकल कॉलेज में 22 माह से अधिष्ठाता पद पर कार्य करने के बाद आज शनिवार को अपना चार्ज वर्तमान अधिष्ठाता डॉ. के.बी. वर्मा ने नवनियुक्त अधिष्ठाता डॉक्टर धर्मदास परमहंस को दिया है इस दौरान दोनों ने एक दूसरे को पुष्प गुच्छ भेट कर शुभकामनाएं भी दी कार्यभार ग्रहण करने के दौरान कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आशुतोष चौऋषि, एवं पीआरओ डॉ. राजेश कुमार अहिरवार सहित समस्त वरिष्ठ चिकित्सक एवं स्टाफ उपस्थित रहें।
अधिष्ठाता डॉ. के.बी. वर्मा के कार्यकाल में चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय को एनएबीएच प्रमाण पत्र तथा विभिन्न विभागो में पी.जी कोर्स शुरू करने की उपलब्धि भी प्राप्त हुई
ऐसा रहा नवनियुक्त अधिष्ठाता का सफर
इंदौर से ग्रेजुऐशनए पोस्टग्रेजुऐशन करने के बाद सफदरजंग अस्पताल दिल्ली में तीन साल तक (सन 1993 से 1996 तक) एसआर जनरल सर्जरी रहे। उसके उपरांत सन जनवरी 2000 में डॉक्टर धर्मदास परमहंस का चयन सहायक प्राध्यापक एवं इंदौर के लिये हुआ उसके उपरांत सन 2011 से 2018 तक एल.एन. मेडिकल में विभागाध्यक्ष सर्जरी विभाग रहे। जहा उन्होने पीजी सीट लाने के लिए अपनी अहम भूमिका निभाई उसके उपरांत 2018 से 2024 मई तक चिकित्सा अधीक्षक एवं सर्जरी विभागाध्यक्ष का कार्य शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय विदिशा का वर्तमान तक निभाया तथा इतने सालो के अनुभव के बाद शासन द्वारा उन्हें स्थाई अधिष्ठाता श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में नियुक्त किया है।
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